भारत के highways पर सफर अब पहले से कहीं ज्यादा smooth और आसान होता दिख रहा है। Toll plazas पर लंबी lines और रोज‑रोज होने वाली बहसबाजी को कम करने के लिए सरकार ने FASTag Annual Pass scheme लॉन्च की है, जो launch होते ही तेजी से popular हो रही है।
क्या है FASTag Annual Pass?
FASTag Annual Pass एक special scheme है जिसे केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री Nitin Gadkari ने introduce किया है। इस pass की price 3000 rupees है, और इसे लेने वाले car owners पूरे साल में 200 toll plazas cross कर सकते हैं। इसका मतलब है कि average के हिसाब से एक toll crossing की effective cost करीब 15 rupees पड़ती है, जो regular toll भुगतान के मुकाबले काफी कम है। यह pass खास तौर पर उन लोगों के लिए बनाया गया है जो रोज या frequently inter‑city travel करते हैं, जैसे daily commuters और business travellers।
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कितनी तेजी से बढ़ रही है इसकी popularity?
Scheme launch होने के कुछ ही महीनों के भीतर करीब 36 lakh से ज़्यादा users इस FASTag Annual Pass से जुड़ चुके हैं। Highways पर travel करने वाली लगभग हर 5th car इस pass का इस्तेमाल कर रही है, जो इसकी mainstream popularity को दिखाता है। Official data के मुताबिक देश भर में कारों से होने वाले कुल toll payments में से लगभग 22% अब इसी annual pass से आ रहे हैं, यानी कुछ ही महीनों में यह एक major payment mode बन चुका है।
किन toll plazas पर सबसे ज़्यादा इस्तेमाल?
National Highways Authority of India (NHAI) और उसके operators के आंकड़ों से पता चलता है कि कई बड़े toll plazas पर FASTag Annual Pass का usage 40% से ऊपर पहुंच गया है। Delhi के Dwarka Expressway पर स्थित नया Bijwasan toll plaza पर 50% से ज़्यादा toll payments annual pass से हो रहे हैं। इसके बाद Mundka toll plaza पर लगभग 48% और Haryana के Jhinjholi toll plaza पर करीब 47% payments इस pass से किए जा रहे हैं। ये numbers दिखाते हैं कि metro cities के आसपास regular आने‑जाने वाले drivers के लिए यह scheme बहुत बड़ा relief साबित हो रही है।
टोल पर झगड़े और queues कैसे हुए कम?
Annual pass आने से toll plazas पर होने वाली कई practical problems अपने‑आप कम हो गई हैं। पहले अक्सर गलत कटौती, cash की कमी, FASTag recharge mismatch, scanning errors और balance check को लेकर arguments हो जाते थे। अब pass holders को हर trip पर balance check या बार‑बार recharge की tension नहीं रहती, क्योंकि एक fixed amount दे कर पूरे साल/200 trips cover हो जाते हैं। इससे lanes का vehicle flow तेज हो गया है और लंबी queues काफी कम दिखाई देती हैं। Toll operators का कहना है कि daily operations आसान हुए हैं और staff को भी कम disputes handle करने पड़ रहे हैं।
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Users और economy को क्या फायदे?
FASTag Annual Pass से users को direct monetary benefit के साथ indirect benefits भी मिल रहे हैं। Regular travellers के लिए overall toll cost कम हो रही है, fuel की बचत हो रही है क्योंकि गाड़ियों को queues में कम time लग रहा है, और travel time भी घट रहा है। दूसरी तरफ सरकार और NHAI के लिए toll collection process ज्यादा predictable और streamlined हो गया है, जिससे revenue management और planning improve होती है। Long term में यह scheme highway infrastructure के better utilization और digital payments को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
आगे क्या?
NHAI और इसकी arm IHMCL के officials का कहना है कि आने वाले महीनों में इस scheme के long‑term impact का detailed assessment किया जाएगा। यदि current trend जारी रहा तो FASTag Annual Pass private car users के लिए एक standard सुविधा बन सकता है, जैसे metro cities में monthly travel passes होते हैं। सरकार future में app और online portals के through इस pass को और accessible बनाने पर भी काम कर रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग आसानी से इसे buy या renew कर सकें।
अगर आप भी अक्सर highways पर travel करते हैं और multiple toll plazas cross करते हैं, तो FASTag Annual Pass आपके लिए एक cost‑effective और hassle‑free option साबित हो सकता है। क्या आपने यह pass लिया है या लेने की सोच रहे हैं? अपनी राय और experience जरूर साझा करें, क्योंकि इसी feedback से ऐसी schemes और बेहतर बन सकती हैं।











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